जगतपुर,रायबरेली
मौसमके बदले मिजाज के कारण आलू की फसल में झुलसा रोग का प्रकोप बढ़ गया है जिससे अन्नदाता ओं को उत्पादन घटने की आशंका सता रही है वही कोहरा और ठंड से गेहूं मटर चना मसूर समेत अन्य दलहन की फसलों के लिए अनुकूल है।
गेहूं सरसों चना मटर के साथ बड़ी संख्या में किसान आलू की खेती करते हैं नए साल के पहले ही दिन से घने कोहरा के साथ ठंड काफी बढ़ गई है।
इससे जहां गेहूं समेत तिलहनी व दलहनी फसलों को फायदा हो रहा है वही घने कोहरे के साथ पाला पड़ने से आलू की फसल में झुलसा रोग लगना शुरू हो गया है। रोझइया भीखम शाह पूरे झाम सिंह सेमानसिंह रामगढ़ पूरे गौतमन जिगना इटौरा धोबहा आदि गांव के किसानों सैकड़ों एकड़ भूमि में आलू की फसल उगाते हैं अब आलू की फसल लगभग तैयार होने वाली है कुछ किसानों ने तो कुछ किसानों ने तो खुदाई भी शुरू कर दी है।
लेकिन नए वर्ष की शुरुआत से ही मौसम में बदलाव के बाद घने कोहरा के साथ पाला पढ़ना शुरू हो गया है जिसके चलते आलू की फसल में झुलसा रोग लगना शुरू हो गया है रजिया भीखम शाह के किसान पप्पू त्रिवेदी पंकज त्रिवेदी ननकऊ त्रिवेदी राम शंकर मिश्र लल्लन दिलीप रामू श्यामू बच्चा अंकुश आदि ने बताया कि पाला के कारण झुलसा रोग का प्रकोप बढ़ गया है।
महंगा बीच और कीटनाशक दवाओं का प्रयोग किया जा रहा है उसके बाद भी आलू का उत्पादन घटने की संभावना बन रही है कृषि सलाहकार नीरज सिंह बृजेश मौर्य मोनू पांडे आदि ने बताया कि इंडोफिल कार्बेंडाजिम व मौनकोज़ेब का स्प्रे 2 ग्राम प्रति लीटर के हिसाब से छिड़काव करने से आलू को झुलसा रोग से बचाया जा सकता है।