अमेठी हत्याकांड: कफन में लिपटे शव गांव पहुंचे, आंसुओं के सैलाब के बीच उठी चीत्कार
रिपोर्ट/दीपक कुमार
रायबरेली – उत्तर प्रदेश के रायबरेली जिले के सुदामापुर गांव के लिए शुक्रवार का दिन काला साबित हुआ। शिक्षक सुनील भारती, पत्नी पूनम भारती और दो मासूम बच्चों के शव जब कफन में लिपटकर गांव पहुंचे, तो हर शख्स की आंखों से आंसुओं का सैलाब उमड़ पड़ा। चीत्कारों ने नियति को दुहाई दी। गांव वालों के लिए यह घटना किसी अभिशाप से कम नहीं थी।
पिता राम गोपाल और मां राजवती इस तरह बिलख रहे थे कि उनकी हालत देखकर लोगों की रूह कांप गई। वहां मौजूद कोई ऐसा व्यक्ति नहीं था जिसकी आंखों में आंसू न हों। चारों शवों ने हर किसी को झकझोर कर रख दिया। पुलिसकर्मी भी शवों को देखकर स्तब्ध रह गए। पिता राम गोपाल को सीओ डलमऊ ढांढस बंधाते हुए दिखे।
मौत के बाद की भयावह तस्वीर सुदामापुर में चारों शवों को देखकर गांव वालों के सामने आ गई। गांव का कोई ऐसा कोना नहीं बचा, जहां इस हत्याकांड को लेकर दुख और अफसोस न जताया जा रहा हो। हर कोई विधाता से सवाल करता रहा कि इस निर्दोष परिवार को किस गलती की सजा मिली है।
शुक्रवार सुबह करीब 10:30 बजे रायबरेली जिले के गदागंज थाना क्षेत्र के सुदामापुर गांव में जब मृतक शिक्षक सुनील भारती समेत चारों शव घर पहुंचे, तो अमेठी सांसद केएल शर्मा भी वहां पहुंचे। इस दौरान सांसद के सामने ही परिवार और ग्रामीणों ने जमकर पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की।
अमेठी जिले के शिवरतनगंज थाना क्षेत्र में गुरुवार रात हुए इस हत्याकांड के बाद चारों मृतकों का पोस्टमार्टम देर रात हुआ। दो चिकित्सकों के पैनल ने यह प्रक्रिया पूरी की। सबसे पहले दोनों बच्चों का पोस्टमार्टम हुआ, फिर सुनील भारती और उनकी पत्नी का। मौके पर सीओ सिटी और दो थानों की पुलिस के साथ भारी भीड़ भी मौजूद रही। सुनील भारती को तीन गोलियां लगी थीं, जबकि उनकी पत्नी पूनम को दो गोलियां लगी थीं। दोनों बच्चों से भी एक-एक गोली निकाली गई।