जगतपुर,रायबरेली
जगतपुर विकास क्षेत्र के कटैया की बाग तिवारीपुर में जय गुरुदेव महाराज एक दिवासीय कथा का आयोजन किया गया। जिसमें देश प्रदेश से पधारे अनुयायियों ने सदाचार व शाकाचार को लेकर सत्संग के माध्यम से लोगों को जागरूक किया गया।
रविवार को जगतपुर विकास क्षेत्र के कटैया के बाग तिवारीपुर में जय गुरुदेव के पंकज महाराज द्वारा इंसानियत और रूहानियत का पैगाम सुनाने वाले राह के बादशाह आला फकीर बाबा जय गुरुदेव शाकाहार सदाचार मध निषेध आत्मिक वैचारिक जन जागरण यात्रा लेकर 108 दिनों की यात्रा पर चल रहे हैं
जिसमें सदर लालगंज व डलमऊ तहसीलों में अपना संदेश सुनने के बाद महाराज 21 वे पड़ाव में जगतपुर के कटैया बाग में स्थानीय लोगों द्वारा व बिहार प्रांत से आए भाई बहनों ने जन जागरण यात्रा व बाजे गाजे के साथ भव्य स्वागत किया तथासत्संग के माध्यम से कहा है ।संतों महात्माओं का सत्संग वह जल है। जिसमें कौआ स्नान करके हंस बनकर निकलता है। सत्संग में किसी भी व्यक्ति विशेष या किसी की निंदा आलोचना नहीं की जाती है।
बल्कि भगवान के भजन भक्ति का शौक पैदा किया जाता है। मानव शरीर की प्राप्ति परमात्मा का सबसे बड़ा वरदान है। यह 84 लाख योनियों में इसलिए सर्वश्रेष्ठ है। कि इसमें प्रभु के पास जाने का रास्ता है। महाराज जी ने समाज में बढ़ती हुई हिंसा अपराध एवं शराब व नशो की बढ़ती हुई पृवित्त पर गहरी चिंता व्यक्त करते हुए अशुद्ध खानपान के कारण समाज में हिंसा प्राप्त है। अच्छे समाज के निर्माण में समाज के शुभचिंतकों के सहयोग की आवश्यकता है।
आप मानवतावादी बने एक दूसरे की निस्वार्थ भाव से सेवा करें। समाज में मिलजुल कर रहे मांस मछली अंडा जैसे अशुद्ध आहार का परित्याग करें शराब व अन्य नशीली वस्तुओं का सेवन छोड़ें शराब के पीने से आंखों में मां बहन बेटी की पहचान खत्म हो जाती है।तथा वर्तमान में युवा नशो की गिरफ्त में आने पर गहरी चिंता व्यक्त की है।
और कहा कि यह बच्चे देश की धरोहर है। इन्हें संजोना हमारा आपका कर्तव्य हमारे बुद्धिजीवियों समाजसेवियों धर्माचार्य व सभी वर्ग के माता-पिता से अपने बच्चों में संस्कार बी ए एम ए की डिग्री लेने से नहीं संस्कार पढ़ते हैं।
धर्माचरण तथा महात्माओं के सत्संग वचनों से इसलिए आप अपने बच्चों को सत्संग में लाया करें उन्हें शाकाहारी बने और नशो से दूर रखें। इस मौके पर सतीश कुमार सिंह राकेश सिंह राना छंगू प्रसाद गुप्ता अजीज खान दिनेश कुमार अशोक कुमार गया मुन्नीलाल राजकुमार यादव सच्चिदानंद प्रसाद राजकुमार सिंह प्रतिमा पटेल पंचनंदनी देवी मालती देवी सहित आदि लोग मौजूद रहे।