डीएम ने त्रिपुला स्थित कान्हा गोवंश विहार गौशाला का किया औचक निरीक्षण, दिए आवश्यक निर्देश

रिपोर्ट,शुभांकर शुक्ल मो,8097181550

*गोवंश के बेहतरी के लिए निरंतर करें कार्य: हर्षिता माथुर*

रायबरेली, 26 सितम्बर । जिलाधिकारी हर्षिता माथुर ने त्रिपुला स्थित कान्हा गोवंश विहार गौशाला का औचक निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने गायों के खानपान चारे आदि व्यवस्था के बारे में मुख्य पशु चिकित्साधिकारी से जानकारी ली। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि सभी गौशाला केन्द्रों पर गौवंश को बीमारियों आदि से बचाव के समुचित उपायों के साथ ही सभी व्यवस्थाओं को पूरी तरह से दुरुस्त रखा जाए। इसके अलावा पशुओं को किसी भी प्रकार की बीमारी आदि न हो सके.

 

 

 

इसी जांच भी पशु चिकित्साधिकारी से नियमित रूप से कराते रहे। गोवंशों के खान-पान चारा आदि व्यवस्थाओं को पूरी तरह से दुरुस्त रखते हुए किसी भी प्रकार की कमी न होने पाये और गौवंशों की बेहतरी के लिए निरंतर कार्य किये जाये। निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने निरीक्षण रजिस्टर, स्टॉक रजिस्टर, पंचनामा आदि रजिस्टरों का अवलोकन किया तथा सम्बन्धित अधिकारी से निरीक्षण आदि व्यवस्थाओं के बारे में जानकारी ली। उन्होंने कहा कि कस्बों में जो आवारा गौवंश मिले उन्हें गौशालाओं में पहुंचकर उसका संरक्षण किया जाये।

 

 

 

जिलाधिकारी ने मुख्य पशु चिकित्साधिकारी व सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देश दिये कि गौशाला का प्रभावी तरीके से संचालित किया जाए तथा गौशाला में निराश्रित गोवंशों को रखा जाए तथा उनकी देखभाल भी बेहतर तरीके से की जाये। इसमें किसी भी प्रकार की शिथिलता व लापरवाही न बरती जाये। उन्होंने कहा कि गौशालाओं में चारा, पानी आदि में किसी भी प्रकार की कोई कमी न रहे।

 

 

जिलाधिकारी के निरीक्षण के समय कान्हा गोवंश बिहार में 522 गोवंश संरक्षित पाये गये। गौशाला परिसर में 200 कुठ भूसा व 10 कु० हरा चारा संरक्षित पाया गया। परिसर में साफ-सफाई की व्यवस्था सही पायी गयी। गौशाला में चिकित्सा, बधियाकरण, ईयर टैगिंग, टीकाकरण का कार्य नियमित रूप से किया जा रहा है, एवं सभी अभिलेख के साथ-साथ मृत पशु पंजिका, गोवंशों की विवरण पंजिका, निरीक्षण पंजिका आदि पूर्ण पायी गयी। जिलाधिकारी ने बीमार पशुओं के लिए आइसोलेशन शेड बनाने के साथ,

 

 

 

  • अधिक मात्रा में हरा चारा उगाने के निर्देश दिये गये तथा स्वयं सहायता समूहों का सहयोग लेकर गोबर से वर्मीकम्पोस्ट बनाकर विक्रय किया जाए एवं प्राप्त धनराशि का उपयोग गौशाला के कार्य में प्रयोग किया जाए तथा प्राप्त धनराशि का अभिलेख बनाकर सुरक्षित किया जाए। इसी दौरान जिलाधिकारी द्वारा गोशाला परिसर में वृक्षारोपण भी किया गया।
    इस अवसर पर उपजिलाधिकारी सदर, खण्ड विकास अधिकारी अमावां सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।
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Author: Bureau Report