पीसीपीएनडीटी एक्ट को लेकर कार्यशाला आयोजित
जनपद का लिंगानुपात बढा
रिपोर्ट,शुभांकर शुक्ल
रायबरेली, 5 मार्च 2024
यह खुशी की बात है कि जनपद का लिंगानुपात पिछले साल सालों में 916 से बढ़कर 942 हो गया है | साल 2017-18 में जनपद का लिंगानुपात 916 था और 2023-24 में बढ़कर 942 हो गया है | यह बातें मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ वीरेंद्र सिंह ने एनएमटीसी में आयोजित कार्यशाला में कहीं । यह कार्यशाला प्रसवपूर्व निदान तकनीकी,विनियमन एवं दुरुपयोग निवारण अधिनियम(पीसीपीएनडीटी), 1994 विषय पर आयोजित की गई थी ।उन्होंने कहा कि अभी इस पर हमें और प्रयास करना है ।
उन्होंने कहा कि लैंगिक विषमता जैसी सामाजिक कुरीतियों को भी दूरने के लिए अनेक प्रयास सरकार द्वारा और सामाजिक संस्थाओं द्वारा उठाए जा रहे हैं ।
इस मौके पर पीसीपीएनडीटी के नोडल अधिकारी डा. अरविंद कुमार ने एक्ट की जानकारी देते हुए बताया कि भ्रूण हत्या रोकने के लिये यह अधिनियम सरकार द्वारा लागू किया गया है। इस अधिनियम के तहत गर्भ में पल रहे बच्चे के लिंग की जांच करना या करवाना कानूनन दंडनीय अपराध है।
लिंग जांच करके बताने वाले को पाँच साल की सजा या एक लाख का जुर्माना तो है ही साथ में जो व्यक्ति भ्रूण लिंग जांच करवाता है उस को को पाँच साल की सजा या 50,000 रुपये तक का जुर्माना हो सकता है ।
डॉ अरविंद कुमार ने बताया कि प्यारी बिटिया डॉट कॉम साइट के माध्यम से अल्ट्रासाउंड करने वाले डायगनोस्टिक केंद्रों और करवाने वालों की पूरी जानकारी रखी जाती है । इसका लिंक है www.pyaribitia.com । इस लिंक पर अल्ट्रासाउंड केंद्र द्वारा फॉर्म-एफ भरकर अपलोड किया जाता है। इसमें अल्ट्रासाउंड करने और करवाने वाले का सारा विवरण होता है और एक पंजीकरण नंबर भी होता है । इस माध्यम से अल्ट्रासाउंड करवाने के उद्देश्य का भी पता चलता है ।
जिला स्वास्थ्य शिक्षा एवं सूचना अधिकारी डी एस अस्थाना ने जानकारी दी कि भ्रूण हत्या को रोकने के लिए सरकार द्वारा “मुखबिर योजना’ चलाई जा रही है । आम आदमी भी इस योजना से जुड़कर लिंग चयन/भ्रूण हत्या/अवैध गर्भपात में संलिप्त व्यक्तियों/ संस्थानों के विरुद्ध कानूनी कार्यवाही में सरकार की मदद कर सकते हैं और उसके एवज में सरकार से प्रोत्साहन राशि प्राप्त कर सकते हैं । मुखबिर योजना के तहत तीन सदस्यीय टीम का गठन किया जाता है जिसमें एक गर्भवती होती है ।जो भी व्यक्ति भ्रूण हत्या होने की सूचना टीम को देता है उसे इनाम के तौर पर दो लाख रुपए की प्रोत्साहन राशि दी जाती है | इस योजना की अहम बात है कि सूचना देने वाले का नाम गुप्त रखा जाता है।टीम को भ्रूण हत्या करने वाले केंद्रों का स्टिंग ऑपरेशन करना होता है और इसका वीडियो बनाकर स्वास्थ्य विभाग को देना होता है । इसके बाद स्वास्थ्य विभाग पुलिस को लेकर आगे की कार्यवाही करती है । स्टिंग करने वाली टीम को प्रति स्टिंग दो लाख रुपए दिये जाने का प्रावधान है जिसमें एक लाख रुपए गर्भवती को, 60,000 रुपए मुखबिर को और 40,000 रुपए टीम के तीसरे सदस्य को दिए जाते हैं । प्रत्येक माह की 01,09,16 एवं 24 को प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान का संचालन किया जा रहा है जिसके अंतर्गत जनपद में निजी इम्पैनल्ड अल्ट्रासाउंड सेंटर पर गर्भवती महिलाओं को ई-वाउचर के माध्यम से निः शुल्क अल्ट्रासाउंड की सेवाएँ प्रदान की जा रही है । दिनांक 05 फरवरी 2024 को मुख्य चिकित्सा अधिकारी महोदय की अध्यक्षता में निजी अल्ट्रासाउंड सेंटर के चिकित्सकों की बैठक का आयोजन किया गया जिसमें मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा वीरेन्द्र सिंह द्वारा समस्त निजी अल्ट्रासाउंड सेंटर को इंपैनलमेंट करने हेतु निर्देशित किया गया ।
नोडल अधिकारी पीसीपीएनडीटी डा अरविंद द्वारा समस्त निजी अल्ट्रासाउंड के चिकित्सकों को यथाशीघ्र पीएमएसएमए दिवस के अन्तर्गत एंपेनल्ड करने की प्रक्रिया के बारे में अवगत कराया गया ।
जिला मातृ स्वास्थ्य परामर्शदाता यासीन अहमद द्वारा प्रधानमंत्री सुरक्षित माता का अभियान के अंतर्गत ए रूपी वाउचर के प्रयोग हेतु पूर्ण जानकारी सभी निजी अल्ट्रासाउंड सेंटर के चिकित्सकों को दी गई ।
जनपद की स्वास्थ्य इकाइयों पर प्रत्येक माह की 01,09,16 एवं 24 को प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान का संचालन किया जा रहा है जिसके अंतर्गत जनपद में निजी इम्पैनल्ड अल्ट्रासाउंड सेंटर पर गर्भवती महिलाओं को ई-वाउचर के माध्यम से निः शुल्क अल्ट्रासाउंड की सेवाएँ प्रदान की जा रही है । दिनांक 05 फरवरी 2024 को मुख्य चिकित्सा अधिकारी महोदय की अध्यक्षता में निजी अल्ट्रासाउंड सेंटर के चिकित्सकों की बैठक का आयोजन किया गया जिसमें मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा वीरेन्द्र सिंह द्वारा निर्देशानुसार समस्त निजी अल्ट्रासाउंड सेंटर को इंपैनलमेंट करने हेतु निर्देशित किया गया ।
नोडल अधिकारी पीसीपीएनडीटी डा अरविंद द्वारा समस्त निजी अल्ट्रासाउंड के चिकित्सकों को यथाशीघ्र पीएमएसएमए दिवस के अन्तर्गत एंपेनल्ड करने की प्रक्रिया के बारे में अवगत कराया गया ।
- जिला मातृ स्वास्थ्य परामर्शदाता यासीन अहमद द्वारा प्रधानमंत्री सुरक्षित माता का अभियान के अंतर्गत ए रूपी वाउचर के प्रयोग हेतु पूर्ण जानकारी सभी निजी अल्ट्रासाउंड सेंटर के चिकित्सकों को दी गई । जिसके तहत दूसरी और तीसरी तिमाही की गर्भवती की निःशुल्क स्वास्थ्य जांच कर उच्च खतरे की गर्भावस्था की पहचान की जाती है और इस योजना के अंतर्गत पंजीकृत अल्ट्रासाउंड सेंटर पर निशुल्क ई रूपी वाउचर के माध्यम से गर्भस्थ की जांच की सुविधा मुहैया कराई जा रही है ।
इस मौके पर डॉ राकेश यादव,डॉक्टर राकेश यादव,विनय पांडे,कमलेश उपाध्याय,अखिलेश त्रिपाठी,अजय कुमार आदि मौजूद रहे ।