प्रत्याशी कर रहे हैं दवा से लेकर दारू तक का इंतजाम
सलोन रायबरेली। त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव ने गांव का माहौल ही बदल दिया है।गांव की सत्ता की कुर्सी की चाह में दावेदारों ने मतदाताओं को लुभाने में कोई कसर नहीं छोड़ी है।सुबह से ही मंदिरों की चौखट पर पैर छूने की ललक मतदाताओं के घर एवं बाहर मिलने वाले युवा व बुजुर्ग के साथ देखने को मिल रहा है। खेत हो या खलिहान घर के अंदर हो या रोड पर चलते लोगों को देखते ही गांव के प्रधान पद के उम्मीदवार चरण वंदना करने में जुटे रहते हैं। दावत और शराब पार्टी तो गांव की शाम को रंगीन बना ही रही है ! प्रत्याशियों को अब गांव में कोई हल्का सा बीमार भी नजर आता है तो गाड़ी में बिठाकर डॉक्टर के पास ले जाना और दवा दिलाना उनकी प्राथमिकता हो गई है।सुरक्षित सीटों पर प्रत्याशी तो फसल तक कटवाने का जिम्मा ले रहे है।जबकि चुनाव से पहले खोजने पर मजदूर नहीं मिल रहे थे।माहौल बिल्कुल दिलचस्प हो गया है।इस बार पंचायत चुनाव ऐसे समय पड़ा है जब पहले होली का पर्व था और अब गेहूं की फसलों की कटाई हो रही है।चुनावी माहौल है। लेकिन सुबह शाम किसान खेत खलिहान में अपनी 6 महीने की मेहनत को सजोने में लगा है। जिसके कारण सुबह और शाम गांव में सन्नाटा पसर जाता है तो प्रत्याशी भी उस समय खेतों में टहलते एवं पैर छूते ही नजर आते हैं। किसानों के पास बैठकर कोई तो फसल भी काटने लगता है। तो कोई अगले 5 साल तक गांव की तस्वीर बदलने की बात करता रहता है।
*इन स्थानों पर धड़ल्ले से वोटरों को पारोसी जा रही शराब शबाब*
सलोन कोतवाली क्षेत्र के बगहा, मटका,नायन, मुर्तजा नगर, सलोन देहात, खतियारा, माधवपुर निनैया, अतागंज उसरी, अतरथरिया,रग्घूपुर गांवों में इन दिनों मतदाताओं को लुभाने के लिए प्रधान पद के प्रत्याशी शराब शबाब पिलाने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं ।बावजूद इसके ही पिछले 5 वर्षों की तरह इस बार भी गांव में वही पुराना चरितार्थ हो रहा है , वही नारा सुनाई देने लगा है कि कच्ची दारू कच्चा वोट , पक्की दारू पक्का वोट व हट मुर्गा दारू और सपोर्ट गांव का माहौल इस वक्त चुनाव में इस कदर ढल गया है कि सुबह हो या शाम हर वक्त सिर्फ और सिर्फ चुनाव की चर्चा हो रही है। क्षेत्र के अधिकतर गांव में यह नजारा देखने को मिल रहा है ।यही नहीं मजदूरों के लिए शराब और कबाब की भी व्यवस्था प्रत्याशी द्वारा की जा रही है।मतदाता भी मौके का पूरा फायदा उठा रहे हैं। सब की हां में हां और सब की दावत का भरपूर मजा इस वक्त मतदाता ले रहे हैं ।खास बात यह है कि इस बार मतदाता खुलकर किसी के साथ खड़ा नहीं हो रहा है । जिससे प्रत्याशी संसय में पड़े हुए है । यूं तो कहने के लिए अभी भी चुनाव के पांच दिन शेष हैं , क्योंकि पन्द्रह अप्रैल को वोटिंग होनी है , लेकिन यह पाँच दिन ग्राम वासियों के यह सबसे आनंदमई दिन होने वाले हैं। कई प्रत्याशियों का खर्चा तो अभी से ही लाखों पार जा चुका है । तो मतदाता भी मौज उड़ाने में जुटे हुए हैं।पूर्व में प्रधान रहे मतदाताओं का गांव वाले खूब नोच रहे है । वह कहते हैं कि अबकी बार दायरे में आए हैं ।जितना पैसा गरीबों का कमाया है।वह पैसा वसूल कर लेंगे।