प्रबंधक हरिचन्द्र बहादुर सिंह ने प्रधानाचार्य और शिक्षकों को दिया श्रेय
शंकरपुर में स्किल डेवलपमेंट
रिपोर्ट, शुभांकर शुक्ल
जगतपुर, रायबरेली।
इंटर कॉलेज शंकरपुर के छात्र छात्राएं अब आईटी क्षेत्र से भी संबंधित ज्ञान से भी लैस हों रहे हैं। जगतपुर ब्लॉक के ग्रामीण अंचल शंकरपुर में स्थित आजादी के बाद का शुरुआती माध्यमिक शिक्षा का केंद्र बना कॉलेज राना बेनी माधव सिंह स्मारक इंटर कॉलेज शंकरपुर आज बुलंदियों पर पहुंच रहा है ।
इसका श्रेय कॉलेज के कुशल प्रबंधक श्री हरिचन्र्द बहादुर सिंह और कॉलेज के प्रधानाचार्य लेफ्टिनेंट सत्येंद्र कुमार सहित वहां के शिक्षकों को जाता है । यही नहीं पूर्व में भी प्रधानाचार्य शिक्षक और उस समय विद्यालय के प्रबंधक रहे स्वर्गीय श्री राम सुमेर सिंह ने शिक्षा के क्षेत्र में अलख जगाने के लिए दिन-रात पसीना बहाया और आज वही मेहनत क्षेत्र में रंग ला रही है । जब यहां पढ़े-लिखे बच्चे देश विदेशों में सेवा कर रहे हैं। प्रशासनिक सेवा भी कर रहे हैं । देश सेवा में भी अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।
यही नहीं यहां की बहन और बेटियां स्वास्थ्य विभाग शिक्षा विभाग सहित प्रशासनिक इंजीनियरिंग सहित उच्च पदों पर कार्यरत होकर अपना योगदान दे रही हैं वहीं सरकारों का भी ध्यान इस ओर केंद्रित होता रहा है क्योंकि यह कॉलेज संख्या की दृष्टि और शिक्षा की दृष्टि से प्रदेश पर हमेशा टॉप रहा है और इसी तरह से यदि यहां शिक्षक शिक्षिकाएं मेहनत करते रहे तो वह दिन दूर नहीं जब यह कॉलेज अपनी बुलंदियों की गाथा पूरे देश में प्रसार करेगा। यहां के पढ़े-लिखे बच्चे अपने कॉलेज का नाम बताने में गर्व करते हैं क्योंकि यहां स्थित दुर्गा माता का प्राचीन मंदिर है जिसका प्रदेश सरकार और जिला पंचायत द्वारा कायाकल्प भी कराया जा रहा है।
अमर स्वतंत्रता संग्राम सेनानी राना बेनी माधव बक्स सिंह की कर्मस्थली और किला भी यही रहा है। विद्यालय में आई टी सेल संबंधित बच्चों को जानकारी विस्तृता से केंद्र सरकार की तरफ से पांच दिवसीय आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का बच्चो में जागरूकता अभियान चलाया गया। इस कार्यक्रम में कक्षा 9 से 12 तक के बच्चो को आईटी क्षेत्र से संबंधित टेक्निकल ज्ञान दिया जा रहा है। जो रोबोटिक्स, कोडिंग, इलेक्ट्रॉनिक्स,डिजाइन थिंकिंग,टेक्निकल सॉल्विंग आदि से संबंधित होगा।
पांच दिवसीय कार्यक्रम में प्रतिदिन बच्चों को थ्योरी क्लास चलेगी और साथ में ए आई के प्रैक्टिकल भी होंगे
और अंत में बच्चो को प्रोजेक्ट भी दिए जायेंगे जिसे बच्चे स्वयं बना कर लायेंगे जैसे स्मार्ट डस्टबिन,फायर अलार्म, रेन रूफ आदि। कार्यक्रम में बच्चे बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रहे हैं और काफी उत्साह देखने को मिल रहा है।