बिना परमिट के धड़ल्ले से चला हरियाली पर आरा जिम्मेदार जानकर बने अनजान
रायबरेली – उत्तर प्रदेश की योगी सरकार जहा पर्यावरण को संरक्षित करने की बात करती है वही सरकारी विद्यालय की प्रधानाचार्य सरिता द्वारा बाउंड्री वॉल निर्माण में बाधक 5 वृक्षों के बजाय करा दी गई 18 हरे वृक्षों की नीलामी और
नीलामी के आदेश पर ही प्रधानाचार्य व ठेकेदार की मिली भगत से कटवाए गए सरकारी पेड़ नहीं लिया गया वन विभाग से वृक्ष कटाई का आदेश।
मामला करनपुर ग्रामसभा के उच्च प्राथमिक विद्यालय का है जहा पर बाउंड्री वॉल निर्माण में बाधक 5 वृक्षों की नीलामी के बजाय प्रधानाचार्य सरिता द्वारा विद्यालय प्रांगण में लगे 18 वृक्षों की अधिकारियों की मिलीभगत से करवा दी गई नीलामी और नीलामी के बाद प्रधानाचार्य सरिता द्वारा ठेकेदार की मिलीभगत से नीलामी के आदेश को वृक्ष काटने का आदेश बताकर हरे वृक्षों को बिना वन विभाग के आदेश के प्रधानाचार्य सरिता व ठेकेदार ने बैठकर कटवाए वृक्ष और जब कटान के आदेश के विषय में ग्रामीणों द्वारा ठेकेदार से पूछा गया तो वहा पर उपस्थित प्रधानाचार्य सरिता द्वारा ग्रामीणों से अभद्रता की गई व स्वयं को विद्यालय का मालिक बताकर विद्यालय प्रांगण से भगा दिया गया।
प्रधानाचार्य सरिता द्वारा अधिक संख्या में वृक्षों की कराई गई नीलामी हरित क्रांति में बाधक है व पर्यावरण के लिए घातक है प्रधानाचार्य द्वारा जानबूझकर पर्यावरण को हानि पहुंचाने के कारण ग्रामीणों द्वारा विरोध किया जा रहा है।