भूमाफियाओं की मंशा पर सख्त रुख अपनाते एसडीएम डलमऊ
बंजर भूमि हड़पने की फिराक में सक्रिय भूमाफियाओं की एसडीएम की नकेल से हिली सल्तनत
पुरजोर तरीके से कार्रवाई को दिया गया अंजाम, तो दायरे में आएगी कई रसूखदारों की प्रतिष्ठा
रिपोर्ट/दीपक कुमार
रायबरेली – डलमऊ तहसील क्षेत्र में भूमाफियाओं के खिलाफ वर्तमान सरकार के कड़े रुख का असर दिखने लगा है। जहां एक ओर ओहदेदार भूमाफियाओं के खिलाफ कार्रवाई से हिल चुके हैं, वहीं दूसरी ओर डलमऊ क्षेत्र के कई छुटभैया रसूखदार बंजर भूमि पर कब्जा करने के नए-नए तरीके अपनाने में जुटे हुए हैं। इन सब प्रयासों को नाकाम करने में उपजिलाधिकारी डलमऊ, अभिषेक वर्मा पूरी तरह से तत्पर हैं।
सूत्रों के अनुसार, एसडीएम की कड़ी कार्रवाई से कई लेखपालों की साठगांठ और भ्रष्ट नीतियां भी उजागर हो रही हैं। जानकारी के अनुसार, लेखपालों द्वारा बंजर भूमि पर कब्जा कराए जाने के नाम पर अवैध लेन-देन का खेल चल रहा था, जो अब पूरी तरह से विफल होता दिखाई दे रहा है।
हाल ही में एसडीएम ने डलमऊ नगर क्षेत्र में हो रहे अवैध निर्माण कार्यों की सूचना प्राप्त की और इसकी पैमाइश के लिए एक टीम गठित की। पैमाइश के दौरान भूमाफियाओं की करतूतों का पर्दाफाश हुआ, जिसमें साफ तौर पर यह सामने आया कि नगर पंचायत की बंजर भूमि पर अवैध कब्जे की योजना बनाई जा रही थी, जिसे एसडीएम ने पूरी तरह से निस्तोनोंबूत कर दिया।
सूत्रों के अनुसार, तिलमिलाए भूमाफियाओं ने पैमाइश करने वाली टीम को जमीन कब्जाने की धमकी भी दी, लेकिन एसडीएम की कड़ी कार्रवाई से उनके मंसूबे धराशायी हो गए। इस कार्रवाई से डलमऊ में सक्रिय भूमाफियाओं के माथे पर चिंता के बादल छा गए हैं।
इतना ही नहीं, कुछ राजस्व कर्मचारियों की भ्रष्ट नीतियों पर भी अब संकट के बादल मंडराने लगे हैं। एसडीएम की कार्रवाई से उनकी आमदनी पर भी ग्रहण लग सकता है, जो भ्रष्टाचारियों के लिए एक बड़ा झटका साबित हो सकता है। डलमऊ क्षेत्र में यह चर्चा का विषय बना हुआ है कि अगर एसडीएम डलमऊ ने इस तरह की कड़ी कार्रवाई जारी रखी, तो कई रसूखदारों की प्रतिष्ठा भी दांव पर लग सकती है।