*महिला आरोग्य समितियों के अध्यक्ष व सचिव को दिया गया प्रशिक्षण*
रिपोर्ट, शुभांकर शुक्ल
रायबरेली, 19 मार्च 2024
राष्ट्रीय शहरी स्वास्थ्य मिशन के अंतर्गत महिला आरोग्य समितियों का दो दिवसीय जिला प्रशिक्षण कार्यक्रम का समापन स्थानीय होटल में मंगलवार को हुआ।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. वीरेंद्र सिंह ने समिति के सभी अध्यक्षों और सचिवों से अपेक्षा की कि वह अपने समुदाय में समाज और स्वास्थ्य सेवाओं के बीच संयोजक कड़ी की रूप में कार्य करें जिससे बेहतर तरीके से स्वास्थ्य कार्यक्रम का संचालन और सामुदायिक भागेदारी सुनिश्चित हो।
जिला शहरी स्वास्थ्य समन्वयक विनय पांडेय ने बताया कि महिला आरोग्य समिति, हर आशा के क्षेत्र में 10 से 15 महिलाओं का समूह होता है। इस समिति को बनाए जाने का उद्देश्य समुदाय की सहभगिता है जो स्थानीय स्तर पर स्वास्थ्य कार्यक्रम के योजना निर्माण, कार्यान्वयन और निगरानी सहित समाज की भागेदारी सुनिश्चित कराएंगे।
परिवार नियोजन मैनेजर हिमांशु श्रीवास्तव ने बताया कि महिला आरोग्य समितियां शहरी क्षेत्र में स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर तरीके से समुदाय तक पहुंचाने में सहयोग करती हैं। यह समिति विभाग और समुदाय के बीच में कड़ी के रूप में कार्य करती है। उन्होंने अन्य बिंदुओं पर प्रकाश डालते हुए कहा कि समिति सस्वास्थ्य, पोषण, जल, सफाई एवं स्वास्थ्य के अन्य सामाजिक निर्धारक तत्वों से जुड़ी स्थानीय समस्याओं के समाधान पर काम करती है।
मंडलीय शहरी स्वास्थ्य सलाहकार, लखनऊ हिमांशु प्रताप सिंह ने सभी समितियां के अध्यक्ष व सचिव को समिति के प्रमुख कार्य लेखा प्रबंधन पर प्रशिक्षण दिया। साथ ही उनके द्वारा भविष्य की रणनीति के बारे में विस्तार पूर्वक बताया गया। उन्होंने सभी को यह भी बताया कि अपने-अपने क्षेत्र में उन्हें स्वास्थ्य एवं स्वच्छता पर किस तरह से कार्य करना है।
इस अवसर पर शहरी स्वास्थ्य मिशन के नोडल अधिकारी डॉ राकेश कुमार यादव, स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी डीएस अस्थाना, यूनिसेफ से वंदना त्रिपाठी और अमरेश आदि उपस्थित रहे।
इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में 31 समितियों की अध्यक्ष व सचिव ने प्रतिभाग किया।