मैहर की घटना से साफ है कि मामा के राज में बेटियां सुरक्षित नहीं हैं: माकपा

 

 

संपादकीय

 

भोपाल/प्राप्त जानकारी अनुसार मैहर में शारदा माता मंदिर के कर्मचारियों द्वारा मासूम बच्ची के साथ की गई पाश्विक दरिंदगी साबित करती है कि मामा के राज में भांजियां सुरक्षित नहीं हैं।

 

मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के राज्य सचिव जसविंदर सिंह ने उक्त बयान जारी करते हुए कहा है कि चिंता की बात यह है कि यह कोई अकेली घटना नहीं है, इसे प्रदेश में मासूम बच्चियों पर लगातार बढ़ते उत्पीडऩ और यौनशोषण के रूप में देखा जाना चाहिए।

 

 

 

 

 

 

माकपा नेता ने कहा है कि हाल ही में महिला बाल विकास विभाग द्वारा लोकसभा पटल पर रखे गए आंकड़ों के अनुसार 1 जनवरी 2018 से 30 जून 2023 तक मध्यप्रदेश में 49024 बच्चियां गायब हुई हैं। इस प्रकार हर रोज 24 और हर घंटे एक बच्ची गायब हो रही है। यह तब हो रहा है, जब गृहमंत्री बयानबाजी कर नफरत फैलाने में सबसे आगे हैं। उनके अपने विधानसभा क्षेत्र में भी कुछ दिन पहले दो बहनों के साथ भाजपा नेताओं द्वारा बलात्कार किए जाने के पश्चात बड़ी बहन को आत्महत्या करनी पड़ी। उधर विदिशा में एक बेटी के बलात्कार के बाद बेटी और उसके पिता दोनों को ही आत्महत्या करने पर मजबूर होना पड़ा।

 

 

 

 

जसविंदर सिंह ने कहा है कि मैहर की घटना से सिर्फ आस्था और साम्प्रदायिक सौहार्द के स्थल पर ही चोट नहीं हुई है, बल्कि पिछले कई महीनों से वहां सरकार प्रबंधन और सुरक्षा व्यवस्था का प्रबंध करने की बजाय साम्प्रदायिक विभाजन करने और मुस्लिम कर्मचारियों को हटाने के षडय़ंत्रों में ही व्यस्त थी। भाजपा और शिवराज सरकार की इसी घिनौनी हरकत का खामियाजा मासूम बच्ची को उठाना पड़ा है।

 

 

 

मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी ने कहा है कि अपराधियों से अपराधियों जैसा व्यवहार करने से ही बेटियां सुरक्षित रह सकती हैं। मगर भाजपा अपराधी को धर्म, जाति और राजनीति के चश्मे से देख कर बलात्कारियों और अपराधियों को ही बल पहुंचाती है।

 

माकपा नेता ने मासूम बच्ची के परिजनों के साथ सहानुभूति व्यक्त करते हुए बच्ची के उचित उपचार और परिजनों को सुरक्षा और रोजगार देने के साथ ही अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही करने की मांग की है।

 

 

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Author: Bureau Report