यूपी पंचायत चुनाव 2021 योगी कैबिनेट ने आरक्षण नियमावली पर लगाई मुहर, अब जारी होगा शासनादेश
यूपी पंचायत चुनाव की सरगर्मियां तेज हो गई है। आब लोगों को आरक्षण सूची का इंतजार है। वैसे अब मार्च भी पंचायत चुनाव की अधिसूचना जारी होने का रास्ता साफ हो गया है। योगी कैबिनेट ने पंचायतों के आरक्षण की नियमावली पर मुहर लगा दी है। इसके बाद जल्द ही शासनादेश जारी हो जाएगा। इसके जारी होते ही यह स्थिति साफ हो जाएगी कि कौन सा गांव अनारक्षित है। और कौन सा गांव किस जांच के लिए आरक्षित हुआ है। आरक्षण सूची जारी होने के बाद माना जा रहा है कि चुनाव आयोग तारीखों का ऐलान कर देगा।
हाईकोर्ट ने दिए थे सख्त निर्देश –
हाईकोर्ट ने राज्य निर्वाचन आयोग को निर्देश दिए हैं कि प्रदेश में 30 अप्रैल तक पंचायत चुनाव संपन्न करा ले यह आदेश न्यायमूर्ति एमएन भंडारी एवं न्यायमूर्ति आरआर अग्रवाल की खंडपीठ ने विनोद उपाध्याय की याचिका पर दिया है। कोर्ट ने 30 अप्रैल तक प्रधानी के चुनाव कराने का निर्देश देने के साथ ही मई में ब्लाक प्रमुख का चुनाव कराने को कहा है। कोर्ट ने प्रदेश सरकार को पंचायत चुनाव के लिए 17 मार्च तक आरक्षण का कार्य पूरा करने के निर्देश दिया है। साथ ही कोर्ट ने प्रधान के चुनाव 30 अप्रैल तक जिला पंचायत सदस्यों व ब्लॉक प्रमुखों का चुनाव 15 मई तक कराने को कहा है। कोर्ट ने बुधवार को चुनाव आयोग से जवाब मांगा था। चुनाव आयोग के कार्यक्रम पेश करने के बाद आयोग ने उत्तर प्रदेश सरकार से जवाब मांगा था जिस पर गुरुवार को सुनवाई हुई, चुनाव आयोग ने हाईकोर्ट में जो कार्यक्रम पेश किया था। कुसमी चुनाव मई तक होने की बात कही गई थी। इस पर हाईकोर्ट ने साफ कहा कि पंचायत चुनाव मई में कराने का प्रस्ताव प्रथम दृष्टया स्वीकार नहीं किया जा सकता। कोर्ट ने कहा कि नियमानुसार 13 जनवरी 2021 तक चुनाव करा ले जाने थे। चुनाव आयोग ने अपने कार्यक्रमों में हाई कोर्ट को बताया कि गत 22 जनवरी को पंचायत चुनाव की मतदाता सूची तैयार हो गई है। 28 जनवरी तक परिसीमन का काम भी पूरा कर लिया गया है। लेकिन सीटों का आरक्षण राज्य सरकार को फाइनल करना है। इसी कारण अब तक चुनाव कार्यक्रम जारी नहीं किया जा सका है। आयोग ने बताया कि सभी सीटों का आरक्षण पूरा होने के बाद चुनाव में 45 दिन का समय लगेगा।
चीफ एडिटर दीपक कुमार इंडिया बेस्ट न्यूज़