शंखनाद नव संवत्सर महोत्सव में भजन संध्या का आयोजन
रिपोर्ट -मनोज त्रिवेदी
मो0-9415971162
रायबरेली ।
शंखनाद द्वारा नव संवत्सर महोत्सव के रूप में भारतीय नव वर्ष वर्ष प्रतिपदा विक्रमी संवत 2080 पर धूमधाम से नगर में “भजन संध्या” के रूप में मनाया गया।
शंखनाद संस्था द्वारा स्थानीय श्री गुरु तेग बहादुर मार्केट में सायंकाल नव संवत्सर महोत्सव, झूलेलाल जयंती एवं राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के संस्थापक डॉक्टर हेडगेवार जन्म उत्सव का कार्यक्रम रखा गया था जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के इतिहास लेखन के राष्ट्रीय संगठन मंत्री संजय जी, विभाग प्रचारक राहुल जी, जिला प्रचारक अमरजीत जी एवं शंखनाद संस्था के संयोजक मुनीष अग्रवाल ने ब्रह्मा जी एवं भारत माता के चित्र के आगे दीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इसके उपरांत शंखनाद और मंत्रोचारण के साथ उत्सव का प्रारंभ किया गया।
अपने संबोधन में श्री संजय जी ने भारतीय नव वर्ष विक्रमी संवत के संबंध में लोगों को अवगत कराया कि किस प्रकार से भारतीय नववर्ष का हमारे भारतीय संस्कृत में महत्व है, इसी दिन ब्रह्मा जी ने सृष्टि का निर्माण किया, महर्षि दयानंद जी ने आर्य समाज की स्थापना की, पूज्य झूलेलाल जी का जन्म इसी दिन हुआ, विश्व के सबसे बड़े स्वयंसेवी संगठन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की स्थापना करने वाले डॉक्टर केशवराव बलिराम हेडगेवार जी का जन्म भी इसी दिन हुआ, ऋतु परिवर्तन भी आज से प्रारंभ माना जाता है। उन्होंने भारतीय समाज में संस्कारों की महत्ता के बारे में बताते हुए कहा कि आज हमारी संस्कृति और हमारे संस्कार ही हैं जो पूरे विश्व का मार्गदर्शन कर सकते हैं, उन्हीं से हम अपने जीवन को समृद्ध बना सकते हैं हमारे परिवारों वह समाज में सुख शांति का आधार यही हमारे संस्कार ही होते हैं ।
वरिष्ठ समाजसेवी विश्वभर जीवनानी ने भगवान झूलेलाल जी की जयंती पर बोलते हुए कहा की वरुण देवता के अवतार झूलेलाल जी को दिव्य दृष्टि वाले हिंदू धर्म के रक्षक के रूप में पूजा जाता है। उन्होंने झूलेलाल जी का जीवन परिचय उपस्थित जनसमुदाय के सामने रखा।
शंखनाद संयोजक मुनीश अग्रवाल ने बताया की शंखनाद संस्था ने अपनी स्थापना से भी राष्ट्र, समाज, संस्कृति और अपने धर्म पर आधारित कई कार्यक्रम रायबरेली में किए हैं जिसमें प्रमुख रूप से श्री गुरु तेग बहादुर जी का 400 वा प्रकाश पर्व ,भगवान गौतम बुद्ध जयंती, वीर सावरकर जयंती, अखंड भारत संकल्प दिवस एवं भारत विभाजन विभीषिका दिवस जिसमे पुष्पेंद्र कुलश्रेष्ठ जी मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित रहे थे। उसी कड़ी में शंखनाद द्वारा आज अपनी संस्कृति की ओर चलने के आव्हान के साथ भारतीय नव वर्ष के उपलक्ष में नवसंवत्सर महोत्सव का आयोजन कर रहा है।
इस अवसर पर अवसर पर प्रसिद्ध भजन गायक किशोर चतुर्वेदी एवं उनके साथ स्वाति रिजवी और उनकी टीम ने भजन संध्या पर देर रात तक प्रभु भजन से लोगों को बांधे रखा।
कार्यक्रम स्थल पर शिव शक्ति सेवा संस्थान द्वारा 501 दीपों का दीपदान संस्था अध्यक्ष राजेंद्र अवस्थी और पदाधिकारियों द्वारा नागरिकों और अतिथियों से कराया गया।
नव संवत्सर महोत्सव कार्यक्रम में आए उत्तर प्रदेश सरकार के राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार दिनेश प्रताप सिंह ने शंखनाद की इस पहल का स्वागत करते हुए कहा इस प्रकार के कार्यक्रम समाज में अपनी संस्कृति को बढ़ावा देंगे जब से केंद्र में मोदी जी और प्रदेश में योगी जी की सरकार आई है लोगों का रुझान अपनी संस्कृति और संस्कारों की ओर बढ़ा है।प्रदेश सरकार ने इस नवरात्रि पर प्रमुख मंदिरों में दुर्गा सप्तशती का पाठ और रामनवमी पर रामचरितमानस पाठ का आयोजन कराने का प्रण किया है। हमारी सरकार भारत की जनता को उनकी सांस्कृतिक जड़ों से जोड़ने का प्रयास कर रही है।
कार्यक्रम का संचालन कार्यक्रम संयोजक धर्मेंद्र वर्मा ने किया भजन संध्या में प्रमुख रूप से सचिव दीपेंद्र सिंह, कार्यक्रम सहसंयोजक विमल बाजपेई,अनूप अग्रवाल, अरविंद उपाध्याय, प्रत्यूष अवस्थी,रमाकांत मिश्रा, आशीष मुखर्जी, सरदार गुरजीत सिंह तनेजा, अनिल मिश्रा, अजय गुप्ता, लक्ष्मी शंकर सोनी, रमाकांत गिरी,और टीम शंखनाद उपस्थित रहे।
भजन संध्या में नगर के गणमान्य नागरिक, चिकित्सक, व्यवसायियों सहित बड़ी संख्या में महिलाएं और पुरुष उपस्थित थे।