संत निरंकारी सत्संग भवन जगतपुर में सत्संग कार्यक्रम का आयोजन
रिपोर्ट/दीपक कुमार
जगतपुर रायबरेली – स्थित संत निरंकारी सत्संग भवन में बुधवार को सत्संग कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें महात्मा राम नरेश जी ने अध्यक्षता की। उन्होंने अपने प्रवचनों में कहा, “ऐ जीवन के जीने वाले जीवन क्या है जान ले, जीवन को तू सफल बना ले, ईश्वर को पहचान ले। जीवन उसको कहते हैं जो प्रीत प्यार में बीत रहा, गुरु की मति को अपनाकर जो स्वयं सुधार में बीत रहा। जीवन उसको कहते हैं जो काम किसी के आता है, प्रेम दया से भरा हुआ है और सबको गले लगाता है। ज्ञान पाकर भक्ति का जो नित आनंद उठाता है, कहे हरदेव उसी का जीवन सफल सदा कहलाता है।”
संतों ने हमेशा से ही एक सुंदर और सच्चा जीवन जीने की प्रेरणा दी है। जीवन सभी जीते हैं, परंतु जिनके जीवन में प्रेम, करुणा, नम्रता और विशालता जैसे गुण समाहित हो जाते हैं, जिन्हें सत्गुरु की शिक्षाएं प्राप्त होती हैं और जिनके हृदय में ईश्वर की पहचान होती है, वही जीवन जीने का वास्तविक आनंद अनुभव करते हैं। भक्तजन सदा से ही स्वयं को बेहतर बनाने के लिए सत्कर्म करते आए हैं, ऐसे कर्म जो न केवल उनके लिए शांति और संतोष लाते हैं बल्कि दूसरों के लिए भी कल्याणकारी होते हैं।
सत्संग में उपस्थित सभी भक्तों ने इस परमात्मा की पहचान के माध्यम से सभी ओर निरंकार के दर्शन की अनुभूति की, जिससे मोह और अहंकार का नाश होता है। इस कार्यक्रम में महात्मा रामप्रसाद, रामस्वरूप, अनूप कुमार, रज्जन, राम सुमेर , बहन ऊषा, वंदना, प्रियंवदा, प्रभावती, विद्यावती, गंगा देवी, रेखा, सरिता सहित अन्य साध संगत उपस्थित रहे।