सतकर्मों से ही प्राप्त होता है, मानव जीवन

सतकर्मों से ही प्राप्त होता है, मानव जीवन

रिपोर्ट/दीपक कुमार 

जगतपुर रायबरेली – रविवार को संत निरंकारी सत्संग भवन मे महात्मा द्वारा अनुयायियों को संबोधित करते हुए बताया किमनुष्य का जन्म बड़े ही भाग्य से मिलता है। उसके बाद उसके कर्म ही उसे महान बनाते हैं।

 

रविवार को संत निरंकारी सत्संग भवन में महात्मा विजय बहादुर सिंह व्याख्यान करते हुए बताया कि मनुष्य का जन्म बहुत ही मुश्किल से मिलता है। जन्म के बाद जीव अज्ञानता बस माया के मोह में इधर-उधर भटकता रहता है। और स्वयं के अभिमान में अन्य सांसारिक लोगों को भूल जाता है। सच्चे गुरु के मिलने के बाद व्यक्ति संन्मार्ग पर चलते हुए ईश्वर के प्रति जुड़ाव पर प्रकट करता है। निश्चल मन से की गई आराधना स्वीकार होती है। जिसके बाद व्यक्ति में मनुष्यता का उदय होता है। सांसारिक व्यक्तियों में स्वयं ईश्वर के रूप देखकर वरण करता है। तब उसका जीवन धन्य होता है। मनुष्य का जन्म तो सहज हो गया है। लेकिन मनुष्यता आने में बहुत ही समय लगता है। इस मौके पर संजय सिंह हरकेश मित्र आशीष शिव मूरत बैजनाथ राम नरेश रामप्रसाद बबिता रेखा उषा कमला आदि लोग मौजूद रहे।

Bureau Report
Author: Bureau Report