रिपोर्ट शुभांकर शुक्ल
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रायबरेली सराय श्री बक्स में भागवत कथा के प्रथम दिन कलश यात्रा निकाली गई जिसमें महिलाओं व बच्चों ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया।
बृहस्पतिवार को सराय श्रीबक्स में सात दिवसीय भागवत कथा का आयोजन कमल सिंह द्वारा आयोजित किया गया जिसमें भागवत कथा के पहले दिन भागवत शुरू होने से पहले कलश यात्रा निकाली गई जिसमें महिलाओं और बच्चियो ने गोकना गंगा घाट पर स्नान करके घर से कलश लेकर सराय श्रीबक्स गांव भ्रमण करते हुए सिद्धेश्वर पीठ मंदिर पर गए और जल लेकर यजमान महिला एवं पुरुष यज्ञशाला पहुंचे।
जिसके बाद भागवताचार्य पंडित जुगल किशोर अग्निहोत्री ने भागवत कथा के प्रथम दिन भक्ति ज्ञान वैराग्य पर प्रकाश डालते हुए श्रोताओं को मंत्रमुग्ध किया तथा कहा कि श्रीमद्भागवत कथा मोक्ष का द्वार है। श्रीमद्भागवत महापुराण साक्षात भगवान श्री कृष्ण का रूप है।
भागवत कथा सुनने से हमारे पास जलकर भस्म हो जाते हैं और अर्थ म धर्म काम मोक्ष चार प्रकार के पुरुषार्थ की प्राप्त होती है ।भागवत श्रवण से भक्ति ज्ञान बैराग की प्राप्ति होती है। हमारे अंदर ज्ञान बलिष्ठ होता है।
और पुष्ट होता है। एक लाख को दान करने का 10000 यज्ञ करने का पुण्य एक सोने के पहाड़ को दान करने का इतना सारा पुण्य एक बार भागवत कथा के सुनने से 7 दिन में मिल जाता है। भागवत के महत्तम एक आत्मदेव नामक ब्राह्मण का इतिहास आता है। जिस घर में पति पत्नी में झगड़ा होता है। वह घर नर्क के समान है। जिस घर में पति-पत्नी हिल मिलकर प्रेम से रहते हैं।
वह घर स्वर्ग के समान होता है। जहां वेद काम नहीं करते जहां बड़े-बड़े यज्ञ अनुष्ठान काम नहीं करते उस जगह श्रीमद् भागवत कथा काम करती है। सब कामों को छोड़कर मंजन करना चाहिए हजार काम छोड़कर स्नान करना चाहिए लाख काम छोड़कर भोजन करना चाहिए।
10000000 काम छोड़कर भगवान का भजन करना चाहिए। कभी भी संतों का अपमान नहीं करना चाहिए राजा परीक्षित ने एक संत का अपमान किया और सातवें दिन मौत के घाट उतरना पड़ा भागवत कथा के श्रवण मात्र से ही व्यक्ति की हर मनोकामना पूर्ण हो जाती है।
इस मौके पर संतोष बहादुर सिंह अशोक बहादुर सिंह सुनील सिंह दीपेंद्र बहादुर सिंह कुक्कू सिंह रामदुलारी सिंह सहित आदि लोग मौजूद रहे।