जल भराव की समस्या से परेशान कस्बे वासियों व ग्रामीणों ने किया प्रदर्शन
रिपोर्ट/ दीपक कुमार
जगतपुर, रायबरेली – लगभग दो माह से आधा दर्जन गांव के किसान और कस्बे के लोग जल भराव की समस्या से जूझ रहे हैं। एनएचएआई के अधिकारियों द्वारा नाला पाटकर जगतपुर बाईपास सड़क का निर्माण कराया गया, जिससे नाले का पानी कस्बे के पास इकट्ठा हो गया है। डलमऊ-जगतपुर मार्ग पर एक फीट ऊंचा पानी सड़क के ऊपर से बह रहा है। नाराज ग्रामीणों ने जिला पंचायत सदस्य राकेश सिंह राना के नेतृत्व में प्रदर्शन कर जल निकासी की उचित व्यवस्था कराने की मांग की है।
जिला पंचायत सदस्य राकेश सिंह राना ने बताया कि रायबरेली-प्रयागराज मार्ग पर हरिभजन का पुरवा से जिंगना गांव तक 6 किलोमीटर लंबा बाईपास बनाया जा रहा है। गंग नहर, कूड़गांव के पास खेतों और गांवों के पानी को निकालने के लिए नाला बनाया गया था, लेकिन एनएचएआई के अधिकारियों ने नाले को पाटकर सड़क का निर्माण करवा दिया।
किसान श्यामलाल, हीरालाल, सुखदेव, सुरेंद्र कुमार, अजय कुमार, पप्पू, मातादीन, दुर्गा प्रसाद, व्यापारी राजन शुक्ला, विकास इंद्र बहादुर मौर्य, राजकुमार, देवनाथ, छेदीलाल, अरुण कुमार और जिला पंचायत सदस्य राकेश सिंह राणा ने बताया कि कूंड़, टांघन, ओम नगर, रामलीला, बरगदहा, पूरे चिरंजू, और पूरे शमशेर गांव का पानी कूंड़ नाले से निकलता था। नाला बंद होने से सैकड़ों बीघा धान की फसल नष्ट हो गई और कस्बे में जल भराव की समस्या उत्पन्न हो गई है।
कई घरों के आसपास जल भराव के कारण लोग भारी कठिनाइयों का सामना कर रहे हैं। जल जमाव से संक्रामक बीमारियों का खतरा भी बढ़ गया है। स्कूलों के आसपास पानी जमा होने से बच्चों की पढ़ाई भी प्रभावित हो रही है। कुछ दुकानदारों ने अपनी दुकानें बंद कर दी हैं क्योंकि जल भराव के कारण ग्राहक नहीं आ पा रहे हैं।
ग्रामीणों ने सोमवार को प्रदर्शन कर समस्या के समाधान की मांग की। राकेश सिंह राना ने बताया कि उपजिलाधिकारी ऊंचाहार से मुलाकात कर एनएचएआई के डिप्टी प्रोजेक्ट मैनेजर को जल निकासी की व्यवस्था के निर्देश दिलवाए गए थे, लेकिन 20 दिन बीतने के बाद भी कोई अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा, जिससे कस्बे के लोगों और व्यापारियों में आक्रोश है।
एनएचएआई के डिप्टी प्रोजेक्ट मैनेजर अभिषेक श्रीवास्तव ने आश्वासन दिया है कि जल भराव की समस्या का समाधान जल्द करवाया जाएगा। एसडीएम ऊंचाहार, सिद्धार्थ चौधरी ने भी बताया कि एनएचएआई के अधिकारियों को जल निकासी के निर्देश दिए गए हैं।