अयोध्या दीपोत्सव ने बदली कुम्हारों की किस्मत, 40 कुम्हार परिवार बना रहे 25 लाख दीये
रिपोर्ट दीपक कुमार
अयोध्या – रामनगरी अयोध्या के दीपोत्सव ने कुम्हारों का जीवन पूरी तरह बदल दिया है। कभी रोजी-रोटी के लिए संघर्ष करने वाले कुम्हार अब दीपोत्सव के दौरान एक-एक लाख रुपये तक कमा लेते हैं। दीपोत्सव शुरू होने के बाद से कुम्हार परिवार के युवा अब बाहर जाने के बजाय इलेक्ट्रिक चाक पर दीये बनाना पसंद कर रहे हैं। जयसिंहपुर गांव में इस समय दीपोत्सव की तैयारियां जोरों पर हैं।
साल 2017 में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अयोध्या में दीपोत्सव का आयोजन शुरू किया, जिससे कुम्हार समुदाय को नई दिशा और रोजगार मिला। इस वर्ष दीपोत्सव के आठवें संस्करण के लिए 25 लाख दीये जलाने की योजना है। जयसिंहपुर के 40 कुम्हार परिवार इस कार्यक्रम के लिए दिन-रात दीये बनाने में जुटे हुए हैं।
लक्ष्मी प्रजापति कहती हैं कि योगी सरकार की इस योजना ने उनके परिवार की आर्थिक स्थिति को रोशन कर दिया है। राकेश प्रजापति का कहना है कि हालांकि अभी टेंडर नहीं हुआ है, लेकिन वे पहले मिले ऑर्डर के आधार पर दीये बनाने में जुट गए हैं।
दीपोत्सव की वजह से न केवल कुम्हारों की आर्थिक स्थिति बेहतर हुई है, बल्कि उनकी पहचान भी बढ़ी है। इस वर्ष प्रशासन की तरफ से बड़े स्तर पर तैयारियां की जा रही हैं, जिसमें छात्र और वालंटियर भी शामिल हैं। 32 लाख दीये खरीदे जाएंगे और इस बार 25 लाख दीये जलाकर एक नया विश्व रिकॉर्ड बनाने की तैयारी है।
दीपोत्सव के इस आयोजन ने कुम्हारों को समाज में एक नई पहचान दिलाई है।