ऊंचाहार-दवा के साथ सावधानी भी फाइलेरिया से बचाव के लिए जरूरी
रिपोर्ट-सागर तिवारी
ऊंचाहार , रायबरेली । सोमवार को नगर के गावरमेंट स्नातकोत्तर महाविद्यालय में राष्ट्रीय सेवा योजना तथा पीसीआई के तत्वावधान में फ़ाइलरिया उन्मूलन हेतु “एक दिवसीय चिकित्सा शिविर“ लगाया गया। जिसमें एनएसएस के स्वयंसेवियों ने फ़ाइलरिया संक्रमण के बारे में अपने साथियों को जागरूक करने का प्रण लिया।
एनएसएस कार्यक्रम अधिकारी डॉ॰ दीक्षा शर्मा , सह प्रभारी डॉ॰ जसविंदर कौर ,पीसीआई रायबरेली से किरन एवं सीएचसी के डॉक्टरों की टीम ने मिलकर 200 स्वयंसेवी, प्रधापक गण और शिक्षानेत्तर कर्मचारियों को फ़ाइलरिया से बचाव हेतु दवा खिलायी। इस मौके पर किरन, ने बच्चों को फ़ाईलेरिया के दुष्प्रभावों से अवगत कराते हुए, उसके उन्मूलन हेतु सरकार द्वारा लिए जा रहे कदमों के बारे में विस्तार से बताया।कार्यक्रम का शुभारंभ एवं संचालन प्राचार्य प्रोफ़ेसर(डॉ॰) अर्चना ने सबसे पहले दवाई खा कर किया।
वक्ताओं ने कहा कि फाइलेरिया से बचाव के लिए मच्छरों से बचने के लिए, मच्छरदानी लगाकर सोएं। घर के आस-पास पानी न जमा होने दें।घर के अंदर और आस-पास साफ़-सफ़ाई रखें। समय-समय पर कीटनाशक का छिड़काव करें।शाम को नीम के पत्ते जलाएं।फ़ुल आस्तीन के कपड़े पहनें।सोते समय हाथों और पैरों पर सरसों या नीम का तेल लगाएं।अगर हाथ या पैर में कहीं चोट लगी हो या घाव हो, तो उसे साफ़ रखें ,साबुन से धोएं और फिर पानी सुखाकर दवा लगाएं।