रायबरेली/अमेठी, 30.07.2023!
जनपद अमेठी के तहसील तिलोई के थाना मोहनगंज के ग्राम बारकोट लालगंज की निवासिनी शशी सोनी ने खण्ड विकास अधिकारी तिलोई के विरूद्ध उच्चाधिकारियों को पत्र भेजकर अपनी तथा परिवार की हत्या करने का आरोप लगाया है।
- श्रीमती सोनी ने बताया कि उनके फर्जी हस्ताक्षर बनाकर बैंक से पैसे निकाल लिये गये, वह फर्जी हस्ताक्षर बनाने की शिकायत कई बार कर चुकी हैं, किन्तु खण्ड विकास अधिकारी के दबाव के कारण कोई कार्यवाही नहीं हो रही है। श्रीमती सोनी ने दिये गये पत्र में लिखा है।
- कि – कृपया आप द्वारा प्रेषित पत्र पत्रांक एवं दिनांक रहित प्रार्थिनी को जरिये रजिस्टर्ड डाक के माध्यम से प्राप्त हुआ, अत्यन्त खेद है कि आप महोदय एक जिम्मेदार राजपत्रित अधिकारी होने के बावजूद भी जनसूचना अधिकार अधिनियम में निहित प्राविधानों का उल्लंघन करते हुए आधी-अधूरी सूचनायें उपलब्ध कराकर स्वयं का एवं प्रार्थिनी का कीमती समय का दुरूप्रयोग कर रहे हैं। महोदय, प्रार्थिनी अन्तिम बार आपको पत्र देकर यह मांग कर रही है
- कि प्रार्थिनी द्वारा प्रेषित रजिस्टर्ड पत्र दिनांक 18.05.2023 का संज्ञान लेते हुए पत्र में उल्लिखित समस्त तथ्यों को सम्यक परिशीलन करते हुए जानकारी प्रदान करना चाहें। प्रार्थिनी ने भ्रष्टाचार में लिप्त आपके अधीनस्थ कर्मचारी श्री रजनीश भास्कर के विरूद्ध प्रार्थना-पत्र दिया था, इनके विरूद्ध किसी भी प्रकार की कार्यवाही न करने से स्पष्ट प्रतीत हो रहा है कि इनके द्वारा किये जा रहे भ्रष्टाचार में आपकी मौन स्वीकृति है। प्रार्थिनी/पीड़िता अनुरोध करती है
- कि दिनांक 18.05.2023 के पत्र का सम्यक परिशीलन कर वांछित सूचनायें समयावधि के अन्तर्गत उपलब्ध करायें। अन्यथा प्रार्थिनी भ्रष्टाचार के विरूद्ध जंग लड़ने हेतु मान्नीय सक्षम न्यायालय की शरण में जाने हेतु बाध्य होगी, जिसकी समस्त जिम्मेदारी व्यक्तिगत एवं व्यक्तिगत रूप से आप श्रीमान् जी की ही होगी। श्रीमती शशी सोनी ने यह भी स्पष्ट रूप से इंगित किया है कि प्रार्थिनी के जान-माल की सुरक्षा किये जाने हेतु सम्बन्धित को उचित दिशा-निर्देश पारित करने की कृपा करें,
- क्योंकि प्रार्थिनी *खण्ड विकास अधिकारी तिलोई, एवं ग्राम विकास अधिकारी श्री रजनीश भास्कर, ग्राम प्रधान ग्राम सभा-बारकोट जयराम, प्रधान प्रतिनिधि मो0 रफीक उर्फ मुन्ना, सिरातुल निशां पत्नी मो0 रशीद गुड्डू* के द्वारा संयुक्त रूप से किये जा रहे राजकीय धन के भ्रष्टाचार के बंदरबाट के खिलाफ जंग लड़ रही है, विपक्षीगण अपने को बचाने हेतु प्रार्थिनी व उसके परिजनों की *हत्या तक कर सकते हैं*, यदि प्रार्थिनी अथवा उसके किसी भी पारिवारिक सदस्य के साथ किसी भी प्रकार की कोई भी अप्रिय घटना घटित होती है तो उसके लिए उक्त विपक्षीगणों को व्यक्तिगत रूप से जिम्मेदार माना जावे।
- पीड़िता श्रीमती शशी सोनी ने उ0प्र0 के मुख्यमन्त्री से मांग किया है कि उसके साथ न्याय किया जाए अन्यथा उसे इच्छा मृत्यु का वरदान दिया जाए।