खोड़री मे रेत का अवैध उत्खनन कर रहे ठेकेदार का हौसला बुलंद, नहीं है प्रशासन का भय
रिपोर्टर :- संभागीय ब्यूरो चीफ
अनूपपुर
जिला प्रशासन के द्वारा भले ही दिन प्रतिदिन दलालों एवं सूदखोरों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही हो लेकिन अभी तक रेत के अवैध उत्खनन करने पर रोक नहीं लग पाई है दबंगों के द्वारा अभी भी नियम कानून की धज्जियां उड़ा कर अवैध उत्खनन करने पर तनिक भी नहीं डरते मामला है अनूपपुर जिले के अंतिम छोर पर बसे खोड़री न 1 का जहां अवैध उत्खनन करने वाले मामले सुर्खियों में हमेशा बनी रहती है कई वर्षों से दबंगों के द्वारा रेत का विक्रय आस-पास के गांव में मनमाने रेट पर करते हैं।
टी पी का चल रहा फर्जी खेल
ग्रामीणों द्वारा बताया गया कि बरने नदी का कोई ठेका प्रशासन के द्वारा नहीं दिया गया है उसके बावजूद भी गुलीडाड खदान के टी पी के नाम पर यहां से रेत उठाया जा रहा है ठेकेदार के हौसले इतने बुलंद हो गए हैं कि अब अनूपपुर जिला छोड़कर शहडोल जिला तक अपनी पैर पसार रहे ग्राम दर्शीला. पसौरी घाट पर भी ठेकेदार के द्वारा रेत का उत्खनन कराया जा रहा है जो कि शहडोल जिला में है अगर जल्द इस पर रोक नहीं लगाई गई तो हर छोटी मोटी नदियां जल्द खाइयो में तब्दील हो जाएगी।
पीएम आवास बनाने मे नहीं मिल पा रही किसानो क़ो उचित रेट पर रेता
ग्रामीणों ने बताया कि ठेकेदार के द्वारा दोहरी रणनीति अपनाई जाती है गांव में लगभग 80 परसेंट लोगों का पीएम आवास आया है और काम जोर शोर से चल रहा है वही पीएम आवास बनाने में रेता की किल्लत से ग्रामीण अभी भी परेशान है कारण है रेत का बाहर सप्लाई होना बाहर भेजने से रेत की मोटी रकम ठेकेदार वसूलते हैं वही गांव में रेत गिराने से उनको उतना लाभ नहीं मिल पाता जिसके कारण गांव में रेता बिक्री नहीं करते और इसका खामियाजा रोज रोजी रोटी कमाने वाले गरीबों को भुगतना पड़ता है आखिर कब अवैध उत्खनन करने वाले ठेकेदार के ऊपर प्रशासन की कड़ी नजर पड़ेगी और यह फर्जीवाड़ा का खेल बंद होगी
इनका कहना है
बरने नदी से रेत का अवैध उत्खनन जोरों पर है प्रशासन इस पर ध्यान दें।
रामपाल पाण्डेय – भाजपा नेता कोतमा ग्रामीण मंडलमंत्री