नर्मदा नदी ही नहीं साक्षात ईश्वर का स्वरूप – कमिश्नर
बच्चों को अच्छी शिक्षा दिलाएं – कमिश्नर
कमिश्नर ने बेलकुंड में ग्रामीणों की सुनी समस्याएं
रिपोर्टर – (संभागीय ब्यूरो चीफ) चंद्रभान सिंह राठौर
अनूपपुर/6 नवंबर 2022 /
कमिश्नर शहडोल संभाग राजीव शर्मा ने कहा है कि नर्मदा नदी एक नदी ही नहीं साक्षात ईश्वर का स्वरूप है। मेरी नर्मदा नदी में अपार आस्था है हम सबको मिलकर नर्मदा नदी को स्वच्छ और सुंदर बनाने और नर्मदा नदी को प्रदूषित होने से रोकने के प्रयास करने होंगे तभी हम मध्य प्रदेश की जीवन रेखा नर्मदा नदी को स्वच्छ और सुंदर बना पाएंगे। उन्होंने कहा कि पूरी दुनिया के लोग नर्मदा नदी की परिक्रमा करने आते हैं और नर्मदा नदी के किनारे नतमस्तक होते हैं संसार भर के लोगों में नर्मदा नदी के प्रति अपार आस्था है। हमें नर्मदा के पुरातन वैभव को वापस लाना होगा। कमिश्नर शहडोल संभाग राजीव शर्मा ने अपने नर्मदा पदयात्रा के दूसरे दिन पुष्पराजगढ़ तहसील के ग्राम बेलकुंड में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। कार्यक्रम में एडीजीपी डीसी सागर एवं बड़ी संख्या में ग्रामीण जन उपस्थित थे।
कमिश्नर ने कहा कि आप अमरकंटक क्षेत्र के पवित्र भूमि में जन्म लिए हैं यह भूमि तपस्वीयों की भूमि है और सुंदर भूमि है। उन्होंने कहा कि हम सबको मिलकर जिम्मेदारी के साथ इस भूमि को और नर्मदा नदी को स्वच्छ और सुंदर बनाना होगा। कमिश्नर ने कहा कि नर्मदा नदी में साबुन व सोडे का उपयोग करने के कारण नर्मदा नदी का जल दूषित होता है। कमिश्नर ने कहा कि ग्रामीण नर्मदा नदी में शौच नहीं करें। उन्होंने ग्रामीणों को सलाह दी कि शौचालयों का ही उपयोग करें। कमिश्नर ने नशे जैसी प्रवृत्तियों से दूर रहने की सलाह देते हुए कहा कि आज युवा पीढ़ी नशे की गिरफ्त में है। उन्होंने कहा कि नशा करने से व्यक्ति का नाश ही होता है और व्यक्ति का विकास अवरूद्ध होता है। कमिश्नर ने कहा कि नशे जैसी बुराइयों से दूर रहना चाहिए। कमिश्नर ने ग्रामीणों से अपील करते हुए कहा कि वे अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा दें प्रतिदिन स्कूल भेजें और बच्चे कौन सी पढ़ाई कर रहे हैं इसकी सतत मॉनिटरिंग भी करें। इस अवसर पर कमिश्नर ने ग्रामीणों की समस्याएं सुनी और समस्याओं के निराकरण के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिए।
कार्यक्रम में अनुविभागीय अधिकारी राजस्व पुष्पराजगढ़ विवेक केवी ने आईएएस की परीक्षा कैसे उत्तीर्ण की उन्होंने कैसी शिक्षा बचपन में ग्रहण की इसके अनुभव भी साझा किए। इस अवसर पर एडीजीपी श्री डीसी सागर ने ग्रामीणों को नशे की प्रवृत्ति से दूर रहने की शपथ भी दिलाई।